सड़क-रेल और हवाई मार्ग से कैसे पहुंचे अयोध्या? जानें ट्रेन-बस और फ्लाइट के बारे में सबकुछ
पवित्र नगरी अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसी ऐतिहासिक दिन को नवनिर्मित मंदिर में रामलला विराजमान होंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे। आम श्रद्धालु उद्घाटन के अगले दिन यानी 23 जनवरी से रामलला के दर्शन कर पाएंगे। प्रधानमंत्री ने सुरक्षा और व्यवस्था के मद्देनजर देशवासियों से अपील की है कि वो 22 जनवरी को अयोध्या आने का प्रयास न करें। इसकी जगह जब अयोध्या में प्रभु श्रीराम विराजमान हों, तो सभी लोग दीपावली मनाएं और अपने अपने घरों में श्रीरामज्योति जलाएं।
इस बीच, श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। इसके तहत जहां पुनर्निर्मित रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का उद्घाटन किया गया है तो वहीं कई नई बसें भी शुरू की गई हैं।
आइए जानते हैं कि राम मंदिर के दर्शन के लिए अयोध्या कैसे पहुंचा जा सकता है? देश के विभिन्न हिस्सों से यातायात के साधन क्या हैं? सड़क, रेल और हवाई रास्ते से पवित्र नगरी कैसे पहुंचा जा सकता है?
पहले जानते हैं नवनिर्मित राम मंदिर के बारे में
राम मंदिर रामायणकालीन नगरी अयोध्या (उत्तर प्रदेश) में स्थित है। सरयू नदी के पूर्वी तट पर बसा अयोध्या नगर राजधानी लखनऊ से 134 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पुरातन काल के अवशेषों से भरा नगर दुनियाभर से आगुंतकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
राम मंदिर के अलावा भी यहां कई दर्शनीय स्थल हैं जिनका ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व है। इनमें हनुमान गढ़ी, रामकोट, श्री नागेश्वरनाथ मंदिर, कनक भवन, तुलसी स्मारक भवन, त्रेता के ठाकुर, जैन मंदिर, मणि पर्वत, छोटी देवकाली मंदिर, राम की पैड़ी, सरयू नदी, क्वीन हो मेमोरियल पार्क, गुरुद्वारा, सूरज कुंड, गुलाब बाड़ी, बहू-बेगम का मकबरा, कंपनी गार्डन और गुप्तार घाट जैसे स्थल शामिल हैं।
सड़क मार्ग से कैसे पहुंचे अयोध्या?
अयोध्या कई प्रमुख शहरों और कस्बों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग द्वारा दूरी देखें तो अयोध्या से लखनऊ की दूरी 134 किमी है। वहीं, गोरखपुर से इसकी दूरी 147 किमी, झांसी से 441 किमी, प्रयागराज से 166 किमी और वाराणसी से 209 किमी है।
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का पल नजदीक आते ही यूपी रोडवेज ने पर्यटकों और श्रद्धालुओं को अयोध्या पहुंचाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रदेश के लखनऊ परिक्षेत्र ने 50 स्पेशल बसें अयोध्या के लिए चलाने की घोषणा की है। वाराणसी परिक्षेत्र ने अयोध्या के लिए नई बसों का चलाने का निर्णय लिया है।
वहीं, अयोध्या डिपो की 120 बसें विभिन्न मार्गों पर दौड़ रही हैं। किसी एक क्षेत्र में जाने वाले लोगों की भीड़ होने पर तत्काल वहां के लिए बस उपलब्ध कराने की तैयारी है। वर्तमान में वाराणसी मार्ग पर अयोध्या डिपो की आठ, जबकि लखनऊ के लिए 16 बसें चल रही हैं।
नोयडा डिपो ने शुरू की विशेष सुविधा
श्रद्धालुओं के लिए नोएडा डिपो ने हेल्पलाइन नंबर 962555922 जारी किया है। यहां से 21 जनवरी से बस सेवा शुरू होगी और इसके लिए 25 बसें लगाई गई हैं। एनपी सिंह, एआरएम, नोएडा डिपो ने बताया कि बस सेवा का लाभ 24 घंटे या उससे अधिक समय के लिए भी लिया जा सकता है। इसके साथ ही बस में सफर करने वाले सभी 52 यात्रियों का पांच लाख का दुर्घटना बीमा भी दिया जाएगा। न्यूनतम किराये में ही यात्रा करने की सुविधा दी जाएगी।
इसके अलावा मथुरा, चित्रकूट, आगरा, दिल्ली समेत अन्य मार्ग के लिए भी बसों का संचालन किया जा रहा है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आदित्य प्रकाश ने बताया कि वर्तमान में कोहरे के चलते बस यातायात कुछ बाधित है। फिर भी हमारी सभी बसें पूरी तरह से फिट हैं। हमारी योजना है कि जिस मार्ग पर यात्रियों की संख्या ज्यादा हो, वहां के लिए अतिरिक्त बसें लगाई जाएं, साथ ही फेरे भी बढ़ाए जाएं।
अयोध्या में चलेंगी 100 ई-बसें
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले से ही 14 जनवरी से अयोध्या में 100 ई-बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। चालक-परिचालक, सुपरवाइजर और तकनीकी स्टाफ समेत 400 कर्मी अयोध्या आएंगे। यहीं पर चार्जिंग प्वाइंट भी बनाया जाएगा। इन बसों का संचालन सलारपुर, सहादतगंज, एयरपोर्ट, हाईवे, रामपथ और धर्मपथ पर होगा। इसके अलावा दर्शननगर, कटरा, अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशनों से भी ई-बसों का संचालन किया जाएगा। यहां पर ट्रेनों की समय सारणी के अनुसार ही बसों का आवागमन तय होगा। जगह-जगह यात्रियों के बैठने व उत्तरने के लिए नगर निगम ने 24 स्थानों पर स्टॉपेज तय किए हैं। हालांकि, अभी रूट को लेकर असमंजस है। जल्द ही मार्ग का निर्धारण कर लिया जाएगा।
ट्रेन के जरिए राम नगरी पहुंचने के साधन क्या हैं?
अयोध्या उत्तर रेलवे के मुगल सराय-लखनऊ मुख्य मार्ग पर स्थित है। कई गाड़ियों के द्वारा देश के विभिन्न भागों से आप यहां पहुंच सकते हैं। अयोध्या में इसका खुद का रेलवे स्टेशन है जो राम मंदिर से लगभग 800 मीटर दूर स्थित है। अयोध्या में बने पुनर्निर्मित रेलवे स्टेशन का हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन किया था, जिसे नया नाम ‘अयोध्या धाम’ दिया गया था।
राम मंदिर के उद्घाटन से पहले शहर के लिए कई रेल सेवाएं शुरू हो गई हैं या शुरू होने जा रही हैं। इसी कड़ी में अयोध्या धाम स्टेशन से आनंद विहार के लिए बीते शनिवार को वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई गई। यह दोपहर 12.12 बजे अयोध्या कैंट से रवाना होकर 2.37 बजे चारबाग पहुंची। वंदे भारत एक्सप्रेस (22425) में लखनऊ से आनंदविहार का चेयरकार का किराया 1410 व एग्जीक्यूटिव क्लास का 2595 रुपये है, जो शताब्दी के अनुभूति क्लास कोच से भी महंगा है। कैटरिंग का शुल्क किराये में शामिल है। चेयरकार में यह 308 व एग्जीक्यूटिव क्लास में 369 रुपये है। ट्रेन बुधवार को छोड़कर अन्य दिनों में चलेगी।
अमृत भारत एक्सप्रेस ने भरी रफ्तार
दरभंगा से आनंदविहार टर्मिनल के लिए वाया लखनऊ अमृत भारत एक्सप्रेस पहली जनवरी से शुरू हो गई। तय किया गया है कि ट्रेन लखनऊ के अतिरिक्त अयोध्या के रास्ते भी गुजरेगी। रेलवे बोर्ड ने इसका आधिकारिक टाइमटेबल जारी कर दिया है। गाड़ी संख्या 15557 अमृत भारत एक्सप्रेस दोपहर तीन बजे दरभंगा से रवाना होगी। ट्रेन अयोध्या धाम पर रात 2:30 बजे पहुंचेगी। यहां पांच मिनट रुकने के बाद ट्रेन चारबाग रेलवे स्टेशन पर सुबह 5:05 बजे पहुंचेगी। यहां भी पांच मिनट रुकने के बाद ट्रेन दोपहर 12:35 बजे आनंदविहार टर्मिनल पहुंचेगी। वापसी में आनंदविहार टर्मिनल से दोपहर 3:10 बजे से चलकर रात 1.10 बजे अयोध्या धाम पहुंचेगी।
अयोध्या से नई दिल्ली वाया लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस 4 जनवरी से पटरी पर उतर आएगी। यह ट्रेन 6.20 घंटे में लखनऊ से आनंदविहार पहुंचाएगी।
वायु मार्ग से अयोध्या पहुंचने के लिए कहां से मिलेंगी उड़ानें?
अयोध्या के लिए सभी दिशाओं से उड़ान का शेड्यूल तय हो गया है। 6 जनवरी से इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस से उड़ान की तारीखें तय हो गई हैं। बीते शनिवार को पीएम मोदी ने महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का लोकार्पण कर दिया। एयरपोर्ट से विमानों का आना जाना शुरू हो गया। 6 जनवरी से एयरपोर्ट विमानों से आवाजाही शुरू हो जाएगी। जानकारी के मुताबिक, शहर के लिए देश की हर दिशा से जहाज आने जाने की संभावना है। इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस से उड़ाने अलग-अलग तारीखों से शुरू होंगी।
ये हैं प्रस्तावित उड़ान
इंडिगो की फ्लाइट 6 जनवरी से दिल्ली और अयोध्या के बीच नियमित उड़ान करेगी। 11 जनवरी को अहमदाबाद और अयोध्या के बीच सप्ताह में तीन दिन उड़ान का शेड्यूल बताया गया है। इंडिगो 15 जनवरी को मुंबई से अयोध्या के लिए उड़ान शुरू करेगी। मुंबई से अयोध्या के लिए फ्लाइट दोपहर 12:30 बजे उड़ान भरकर 2:45 बजे अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचेगी। अयोध्या से जहाज 3:15 बजे उड़ान भरकर 5:40 बजे मुंबई पहुंचेगा। उड़ान सेवा हफ्ते के सातों दिन संचालित होगी।
एयर इंडिया एक्सप्रेस 17 जनवरी से अयोध्या के लिए वन स्टॉप यात्रा शुरू करेगी। एयरलाइंस का विमान दक्षिण में बंगलूरू से अयोध्या के लिए 8:05 बजे उड़ान भर कर 10:35 बजे अयोध्या पहुंचेगा। अयोध्या से यह दोपहर बाद 3:40 बजे उड़ान भरेगा और 6:10 बजे बंगलूरू पहुंचेगा। सप्ताह में तीन दिन इसका शेड्यूल है। अयोध्या से 11:05 बजे विमान उड़ान भरकर 12:50 बजे कोलकाता पहुंचेगा। कोलकाता से दोपहर 01:25 बजे उड़ान भरकर 3:10 पर अयोध्या पहुंचेगा।
40 मिनट में पूरी होगी यात्रा
अयोध्या से वाराणसी के बीच हेलिकॉप्टर से यात्रा में कुल 40 मिनट लगेंगे। जानकारी यह भी है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पहले प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी जाना प्रस्तावित है। वह वहां नमो घाट के साथ ही हेलीपैड का भी लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही यह सेवा शुरू हो सकती है। इसकी तारीख 15 से 17 जनवरी के बीच चर्चा में है। अयोध्या या वाराणसी पहुंचे श्रद्धालु महज चार से पांच घंटे में दूसरी नगरी में पहुंच दर्शन-पूजन करके वापस लौट सकते हैं।