घूमने जाने का सोच रहे हैं… तो ये आर्टिकल है आपके काम का
पीयूष जैन- अगर आप भी देश के उत्तरी या पूर्वी राज्यों के हिल स्टेशन पर छुट्टियां मनाने जाने का सोच रहे हैं, तो एक बार इस आर्टिकल पर नजर जरूर डालें, क्योंकि फिलहाल छुट्टियों में देशभर के पर्यटक अपने परिवार और दोस्तों के साथ उत्तरी और पूर्वी राज्यों के हिल स्टेशन पर मौजूद है, तो नतीजा यह हो रहा है कि यहां इतनी भीड़ है कि आपको आखिरी मौके पर रहने और वहां घूमने के लिए बेहतर ऑप्शन नहीं मिल पाएंगे।
इन दिनों अगर देश के किसी हिस्से में सबसे ज्यादा भीड़ है, तो वो है भारत के वो उत्तरी हिस्से, जो ठंडे है। इन दिनों शहर और देश के कई हिस्सों से यहां छुट्टियां मनाने गए लोगों ने इन जगहों को गुलजार कर दिया है, लेकिन अब हालात ये हो गए हैं कि आखिरी वक्त पर बुकिंग करवाने वाले लोगों को ना तो पसंदीदा होटल मिल पा रहा है और ना ही पसंदीदा वाहन। अब वे घूमने जाने के लिए दूसरे विकल्प तलाश रहे हैं, तो कई होटल, वाहन में समझौता कर यात्रा कर रहे है।
गर्मी की छुट्टियों में पूरे जून और जुलाई के पहले सप्ताह तक उत्तरी राज्यों के पर्यटन स्थलों का यही हाल होता है। कई लोग पूर्वी राज्यों की भी ठंडी जगहों को घूमने के लिए चुनते हैं, लेकिन इन दिनों ये हाल है कि कश्मीर, मनाली, शिमला, मसूरी, दार्जिलिंग और गंगटोक जैसे पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की इतनी भीड़ है कि यहां रहने के लिए स्थान मिलना मुश्किल हो गए है। पर्यटकों को अगर यहां रहने के लिए जगह मिल भी रही है, तो कई मामलों में वो उनकी पसंद के अनुरूप नहीं है। वाहनों को लेकर भी यहां के यही हाल है। सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को उठाना पड़ रही है, जिन्होंने यहां जाने के लिए एकाएक तैयारी की है। उन्हें गाड़ियों में भी शेयरिंग जैसे विकल्प तलाशने पड़ रहे हैं। इसी परेशानी के चलते कई लोग अन्य विकल्प तलाश रहे है। इसमें लोनावला, खंडाला और कई नेशनल पार्क शामिल है।
मध्यप्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन के भी यही हाल :
मध्यप्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पंचमढ़ी के भी यही हाल है, जो प्रदेश के बाहर नहीं जाना चाहते वो वीकेंड पर यहां पहुंच रहे हैं, तो यहां के भी लगभग सभी होटल फुल हो जाते है। हालांकि, यहां भीड़ वीकेंड पर ज्यादा है। पंचमढ़ी में छोटे-बड़े मिलाकर 50 से ज्यादा होटल है और ये सभी ज्यादा बड़े भी नहीं है, इसलिए जल्दी ही फुल हो जाते हैं। होम स्टे को लेकर भी जागरूकता बढ़ी है।
तो अगर आप इन स्थानों पर जाने का सोच रहे हैं, तो समझौते के लिए तैयार रहें। अगर आपको बेहतर ऑप्शन मिलते हैं, तो यह आपकी चमकदार किस्मत होगी। बेहतर यही होगा कि हर बार छुट्टियों में कहीं जाने के लिए एक से डेढ़ महीने पहले सारी बुकिंग कर ली जाए।