समुद्री तट

क्या आपने देखा है मध्यप्रदेश का ये ‘मिनी गोवा’… सोशल मीडिया से आया पर्यटकों की नजरों में

पीयूष जैन – विदेशियों के साथ ही अगर देशवासियों को समुद्र के किनारे छुट्टियां मनाना हो, तो सबसे पहले जहन में गोवा का ही नाम सामने आता है। गोवा के समुद्र तट, नाइट लाइफ और वहां का खाना पर्यटकों को वहां आकर्षित करता है। पहले साल के आखिरी महीनों में पर्यटक वहीं घूमने जाते थे, लेकिन अब सालभर गोवा में पर्यटकों की भरमार रहती है, लेकिन आप जानते हैं कि 4 साल पहले मध्यप्रदेश का एक ऐसा गांव लोगों की नजरों में आया है, जो ‘मिनी गोवा’ के रूप में पहचाना जाने लगा है।

गोवा जैसे नजारों वाला ये गांव मंदसौर जिले का कंवला है, जो पिछले कुछ सालों में सोशल मीडिया की वजह से पर्यटकों के बीच पहचान बना रहा है। कंवला का नजारा हूबहू गोवा के समुद्री बीच की तरह की अद्भूत और खूबसूरत है। चंबल नदी के किनारे बसा ये गांव अब एक नई पहचान बना रहा है। सनसेट और प्राकृतिक नजारों से परिपूर्ण ‘मिनी गोवा’ में बारिश के दिनों में पर्यटकों का जमावड़ा लगता है, इसलिए अगर आप भी आगामी बारिश के मौसम में यहां जाना चाहते हैं, तो अभी से प्लानिंग शुरू कर दें।

गोवा की तरह नजर आने वाले इस गांव में ही चंबल का किनारा है। चंबल का किनारा इतना चौड़ा है कि नदी के उस पार नजर आना संभव ही नहीं है, इसलिए यह समुद्रीय एहसास करवाता है। इस मिनी गोवा में 2 बड़ी चट्टानें मौजूद हैं, जो नदी के बीचों-बीच आइलैंड जैसी दिखाई देती है। वैसे तो यहां 12 महीने लोगों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन स्थानीय लोगों के मुताबिक जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर के महीनों में पर्यटकों की संख्या अधिक हो जाती है, जिसकी वजह है नदी में पानी के जल स्तर में बढ़ोतरी होना और लहरों का किनारों से टकराना है। इसी के साथ यह बहुत शांतिपूर्ण जगहों में से एक है, जहां आप प्रकृति का दीदार नजदीक से कर सकते है। दोपहर में कैंप लगाकर रुक सकते है और चंबल नदी के किनारे आती लहरों को देख सकते है।

मंदसौर जिले के भानपुरा तहसील में स्थित गांव कंवला गांधी सागर के बाद मंदसौर जिले का फेमस पिकनिक स्पॉट बना है। यह मंदसौर से लगभग 145 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कोटा, इंदौर या उदयपुर से पहुंचा जा सकता है, तो नजदीकी रेलवे स्टेशन मंदसौर, सुवासरा और शामगढ़ है, जिसके बाद बस या टैक्सी से यहां पहुंच सकते हैं। हालांकि, अभी यह कोई बड़े टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित नहीं हुआ है, इसलिए यहां खान-पान और खरीदारी करने जैसी सुविधा उपलब्ध नहीं है। अगर आप यहां जाते हैं, तो खाना और जरूरत की सामान साथ लेकर ही पहुंचे, तो ज्यादा बेहतर होगा।

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